नागपुर समाचार : माली समुदाय महाराष्ट्र में दूसरे नंबर पर है जनसंख्या के हिसाब से कुल आबादी का लगभग 11 प्रतिशत है। फिर भी इस समाज की अनदेखी राजनीतिक पार्टियों कर रही हैं और इस समाज के उम्मीदवारों को प्रतिनिधित्व करने का अवसर नहीं मिलता, इसलिए संख्या के आधार पर माली समाज के उम्मीदवारों को चुनाव में प्रतिनिधित्व देने की मांग माली के सभी संगठनों ने संयुक्त रूप से एक पत्र परिषद मे सभी राजनीतिक दलों से की।
समाज के प्रतिनिधियों ने इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि लगभग दो दशकों से उनके समाज का वोट भाजपा के उम्मीदवारों को जा रहा है, इसलिए समाज को भाजपा से अधिक उम्मीद है।
पिछले 10 वर्षों से प्रतिनिधित्व न मिलने के कारण समाज बीजेपी से नाराज चल रहा है ऐसी जानकारी भी पत्र परिषद में दी गई। उन्होंने बताया कि बीदर में माली समुदाय की जनसंख्या 25 लाख के आसपास है और यह निर्णायक है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण नागपुर और काटोल में समाज के मतदाता बड़ी संख्या में रहते हैं इसलिए हर पार्टी से उन्होंने माली समाज का उम्मीदवार उतारने की मांग की। मांगना पूरी करने पर पत्र परिषद में परिणाम भगत ने की चेतावनी भी राजनीतिक दलों को दी गई।
पत्रपरिषद में माली महासंघ के ट्रस्टी गोविंद वैराले, मधुसूदन देशमुख, मुकुल पोटदुखे, शंकर चौधरी, राहुल फराडे, डॉ राजेश कुरहदे , विनीत गनोड़कर ओंकारनाथ कुचवाहा आदि उपस्थित थे।