नागपुर समाचार : शहर में स्लम महोत्सव का आयोजन किया गया। तीन दिन चले इस महोत्सव में झोपड़पट्टी के बच्चों ने अपने हुनर का जलवा बिखेरकर सबको हैरान कर दिया। इनकी कला को खूब सराहना मिली। खेल से लेकर अपने सांस्कृतिक कलागुणों से उन्होंने सबको परिचित कराया। बड़े अधिकारियों से लेकर सामाजिक क्षेत्र तो के प्रतिष्ठित नागरिक इसके साक्षी बने।
बच्चों को मिला मंच
स्लम में रहने के कारण स्थानीय बच्चों के कलागुणों का विकास नहीं हो पाता, उन्हें उचित मंच नहीं मिलता है, जिस कारण इनके हुनर दबे रह जाते हैं। सेवा को सर्वदा बहुउद्देशीय संस्था ने इस हुनर को तलाशते हुए इन्हें अपना टैलेंट दिखाने का मौका संस्था के संस्थापक अध्यक्ष खुशाल ढाक के नेतृत्व में संस्था स्लम के बच्चों के लिए शिक्षा एवं खेल क्षेत्र में कार्य कर रही है। स्लम के बच्चों को सांस्कृतिक क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए पिछले चार साल से स्लम महोत्सव आयोजित किया जा रहा है।
इसमें बच्चे अपने हुनर के सांस्कृतिक रंग बिखेरते हैं। जो लड़किया कभी भीक्षा मांगा करती थी, वह खुद के कपड़े सिलाकर फैशन शो में पार्टिसिपेट कीं। उत्सव का मुख्य आकर्षण सेवा सर्वदा थीम डांस रहा, जो ऐसे ही स्लम बच्चो पर आधारित था, जहां श्रोताओं को सोचने पर मजबूर किया।
महोत्सव का किया गया आयोजन
इनकी रही उपस्थिति महोत्सव में रहाटे नगर टोली, सिद्धेश्वरी गौड बस्ती, जयतात्ला, मदारी बस्ती, कैकाडे नगर के बच्चों से सहभाग लिया। उद्घाटन स्वामीधाम बेसा के अध्यक्ष दिनकर कडू, श्री बिंझानी महाविद्यालय के राज्यशास्त्र विभाग प्रमुख डॉ. संदीप तुंडुरवार, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के अधिष्ठाता डॉ. प्रशांत कडू, चार्टर्ड एकाउंटेंट संदीप जोतवानी, वरिष्ठ पत्रकार श्रीपाद अपराजित ने किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष ई. झेड. खोब्रागडे थे।
समाज कल्याण सहायक आयुक्त सुकेशनी तेलगोटे और माध्यमिक शिक्षाधिकारी रोहिणी कुंभार ने शिक्षा का महत्व बताया। प्रवीण राजवैद्य, अनिल शिवणकर, प्रशांत राठी, नीता सोनवणे, माधुरी सराडकर, नितीन पाटील, नितीन बांगडे ने सफलतार्थ सेवा सर्वदा के शिक्षक सखी ढाक, रोशनी कोल्हे, अंजलि आगासे, संध्या जाधव, स्वरूप शुक्ला, अर्चना मानकर, शीतल शेंडे ने प्रयास किए।