लोकसभा के बाद महायुति ने पलटी बाजी
महाराष्ट्र समाचार : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आ रहे हैं। शुरुआती दौर में भाजपा के नेतृत्व वाली महाद्युति नतीजों में बहुत आगे दिख रही है तो महाविकास आघाड़ी काफी पीछे है। एमबीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) जैसे दल शामिल हैं। चुनाव से पहले महायुति सरकार ने महिलाओं के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना को ‘गेमचेंजर’ बताया था और इसे पूरे प्रचार में एक अहम मुद्दा बनाया था। यह योजना महायुति और एमवीए के लिए इस लिहाज से भी अहम रही कि दोनों ने इस योजना को अपने चुनावी घोषणापत्र में शामिल किया। सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने महाराष्ट्र के नतीजों के पीछे लाडली बहन योजना को बताया है।
महाराष्ट्र सरकार ने २८ जून २०२४ को ‘मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना शुरू करने को मंजूरी दी थी। इस योजना के जरिए महाराष्ट्र में २१ से ६५ साल की पात्र महिलाओं को १,५०० रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। इस योजना का लाभ सीचे डोबीटी द्वारा महिलाओं को उनके खाते में दिया जा रहा है। सरकार का कहना है कि राज्य में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार और परिवार में उनकी अहम भूमिका को मजबूत करने के लिए यह योजना शुरू की गई थी।
इस योजना की कितनी महिलाएं लाभार्थी बनीं ?
लाडली बहन योजना के पोर्टल पर मौजूद जानकारी के अनुसार इस योजना के लिए कुल १.१२ करोड़ प्राप्त आवेदन मिले थे। वहीं पोर्टल पर स्वीकृत आवेदनों की कुल संख्या १.०६ करोड़ है। वहीं, महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदित्ति तटकरे ने बताया कि मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना का उद्देश्य २.३४ करोड़ पात्र महिलाओं को आर्थिक लाभ देना है। रक्षा बंधन पर शुरू की गई इस योजना को सरकार द्वारा महाराष्ट्र के अनुपूरक बजट में शामिल किया गया है।
इस योजना के लिए राज्य के खजाने से सालाना ४६,००० करोड़ रुपये के आवंटन की आवश्यकता होगी। महाराष्ट्र सरकार ने योजना के तहत दिवाली बोनस २०२४ की घोषणा भी की थी। पात्र महिलाओं को लाडली बहन योजना दिवाली बोनस २०२४ पहल के जरिए चौथी और पांचवीं किस्त के भुगतान में ३,००० रुपये सीधे उनके बैंक खातों में जमा किए गए थे।