२४ घंटे से नहीं आए नजर, दिल्ली में डेरा डाले होने की चर्चा
नागपुर समाचार : शहर में विधानमंडल का महज ७ दिवसीय शीतकालीन अधिवेशन चल रहा है, महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो रही है लेकिन इन सभी के बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार विगत २४ घंटे से अधिक समय से नागपुर से गायब हैं। अजित दादा की अनुपस्थिति की जमकर बचर्चा चल रही है। सूत्रों ने बताया कि अजित पवार मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों की चर्चा के लिए नई दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और आज नागपुर लौट सकते हैं। उल्लेखनीय है कि अजित दादा की पार्टी के छगन भुजबल अभिवेशन को बीच में छोड़कर पहले ही अपने गांव नाशिक चले गए हैं।
इस संबंध में मिल रही जानकारी के अनुसार भाजपा मंत्रिमंडल विस्तार के बाद वित्त विभाग भी अजित पवार को देने की बजाय अपने पास रखना चाहती है। भाजपा आलाकमान के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस वित्त विभाग अपने ही पास रखने के इच्छुक हैं। इसकी भनक लगने से ही विचलित हुए अजित पवार ने दिल्ली की उड़ान भरी है। वे अमित शाह के साथ इस संबंध में बातचीत करेंगे लेकिन अब तक उनकी शाह से मुलाकात नहीं हो पाई है। देर दोपहर में चर्चा के बाद शाम तक अजित दादा नागपुर लौट सकते हैं।
एक ओर मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान नहीं मिलने से छगन भुजबल नाराज चत्त रहे हैं। इसी बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार की आउट ऑफ रिच हो गए हैं। सोमवार से ही विपान मंडल का अधिवेशन शुरू हुआ और इसी दिन अजित दादा ने ‘दांडी’ मार ली। बताते हैं कि विगत २४ घंटों से भी अधिक समय से अजित पवार किसी से नहीं मिले हैं। उपमुख्यमंत्री होने तथा महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा जारी होने के बावजूद अजित दादा की अनुपस्थिति कई को खल रही है। तर्क-वितर्क लगाए जा रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार तथा सरकारी चापपान के बाद से ही अजित दादा संपर्क से बाहर होने की जानकारी है।
अजित दादा के नागपुर में नहीं होने से उपमुख्यमंत्री के नागपुर स्थित सरकारी निवासस्थान विजयगड़ में सन्नाटा छाया हुआ है। अजित दादा से मिलने आने वाले राकांपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को बाहर से ही लौटाया जा रहा है।
चर्चा यह भी है कि अजित दादा आज विधान मंडल के कामकाज में शामिल हो जाएंगे। इस दौरान शिवसेना (उबाठा) मुखिया उद्धव ठाकरे भी अपने बेटे के साथ विधानमंडल के कामकान में हिस्सा लेंगे जिसके चलते परिसर में राजनीतिक रंगत बढ़ सकती है।
बिना विभाग के हैं मंत्री
फिलहाल देवेंद्र फड़णवीस मंत्रिमंडल में शपथ ले चुके सभी मंत्री बिना विभाग के विधानमंडल के कामकाज में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में विपक्षी यह सवाल उठा रहे हैं कि हम सवाल पूछे भी तो किससे? इस बीच उदय सामंत ने कहा कि अधिवेशन में प्रश्तोसर का पंट, ध्यानाकर्षण नहीं है। इसके बावजूद महाराष्ट्र के विकास से संबंधित सवाल विपक्षी पूछे तो उनका जवाब देने सरकार सक्षम है। हमारे मुख्यमंत्री व दोनों उपमुख्यमंत्री विपक्षी सदस्यों की जिज्ञासा को शांत कर सकते हैं। आज दूसरे दिन बीड़ जिले के मस्साबोग ग्राम के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या को लेकर विपक्ष आक्रामक होकर इस पर चर्चा की मांग करने लगा। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इस पर बुधवार को चर्चा की तैयारी दिखाने पर विपक्ष ने हंगामा करते हुए सदन का त्याग किया।