नागपुर समाचार : अधिवेशन के तीसरे दिन भी किसानों के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को सोयाबीन और कपास की फसलों के दाम को लेकर प्रदर्शनकारी किसानों ने पौधों के साथ अनोखा विरोध किया और सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। विपक्ष ने इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश जारी रखी है।
विपक्ष ने कपास, सोयाबीन के मुद्दे की ओर इशारा करते हुए सत्ता पक्ष पर हमला बोला और “कपास, सोयाबीन को दाम और धान को बोनस मिलना चाहिए। महंगाई आसमान छूने लगी, किसानों की जमीन पर’, ‘कपास सोयाबीन किसानों के घर, सत्ताधारी विधायक मंत्री पद के लिए लड़ रहे’, ‘शिंदे फड़णवीस-पवार के बीच कुर्सी की होड़, कपास सोयाबीन को भाव नहीं” ऐसी तख्तियां लेकर विपक्षी दल के विधायकों ने किसानों की बदहाली का मुद्दा उठाया।
विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विपक्ष किसानों के मुद्दे पर आक्रामक नजर आया। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा, “राज्य में किसानों की हालत बहुत खराब है. किसान जान दे रहे हैं। सोयाबीन, कपास का कोई उचित मूल्य नहीं है। धान पर कोई बोनस नहीं है। यह आंदोलन इसलिए शुरू किया गया है ताकि सरकार किसानों के साथ हो रहे अन्याय को दूर करे।”