नागपुर समाचार : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के संदर्भ में दिए गए बयान को लेकर दो दिनों से विधानमंडल के बाहर विपक्ष ने आक्रामक भूमिका अपनाई हुई है। महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने गुरुवार को भी आंदोलन किया। गृहमंत्री के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर विपक्ष की ओर से उन पर निशाना साधे जाने का आरोप लगाते हुए शिंदे सेना के विधायकों ने भी विधानमंडल परिसर में आंदोलन किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही समय समय पर बाबासाहब का अपमान किया है और अब कांग्रेस बाबासाहब के प्रति अपनापन जताने की नौटंकी कर रही है।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व शिवसेना शिंदे गुट के प्रतोद स्मेश बोरनारे, संतोष बांगर, संजय गायकवाड ने किया। विधायकों ने कांग्रेस जलता घर है उस घर में मत जाओ जैसे बाबासाहब के नाम के फलक हाथ में लेकर विधानसभा की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर महाविकास आघाडी आंदोलन कर रही है।
वास्तव में कांग्रेस द्वारा डॉ. आंबेडकर को हमेशा तकलीफ ही दी गई है और आज वह उनके नाम का इस्तेमाल करके नौटंकी कर रही है। रमेश बोरनारे ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के बयान के अधूरे शब्द कांग्रेस ने बाहर निकाले हैं। कांग्रेस के लोगों की नौटंकी के खिलाफ हम आंदोलन कर रहे हैं। जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक बाबासाहब का नाम कोई नहीं मिटा सकता। कांग्रेस ने बाबासाहब को दो बार हराने का काम किया है। कांग्रेस एक बुद्धिमान व्यक्ति को संसद में नहीं जाने देना चाहती थी। कांग्रेस की यह नौटंकी पूरे देश के सामने उजागर करने के लिए ही हम यह प्रदर्शन कर रहे हैं।