विधान सभा सत्र के 5वें दिन भी उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया
नागपुर समाचार : सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय, नागपुर-अमरावती संभाग द्वारा विधान भवन परिसर में लगाई गई लोकराज्य के दुर्लभ मुद्दों की प्रदर्शनी को जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, मीडिया प्रतिनिधियों और आम जनता से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। सत्र में उपस्थित जनता। सम्मेलन के पांचवें दिन तक तीन हजार से अधिक आगंतुक प्रदर्शनी देखने आ चुके थे।
सम्मेलन के पहले दिन 16 दिसंबर को प्रदर्शनी का उद्घाटन सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय के प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक बृजेश सिंह ने किया। पहले ही दिन कई लोगों का ध्यान इस प्रदर्शनी की ओर गया। आकर्षक ढंग से सजाए गए दुर्लभ लोकराज्य अंक और यहां स्थापित सेल्फी प्वाइंट सभी के लिए आकर्षण का विषय बन गया।
इस बार अधिकांश लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा अपनी प्रतिक्रियाएं भी दर्ज कीं। हमने यहां स्थापित सेल्फी स्टैंड पर पोज भी दिए और तस्वीरें भी लीं। आगंतुकों में राज्य मंत्री एडवोकेट शामिल थे। आशीष जायसवाल, विधायक सर्वश्री प्रवीण दारकेकर, चित्रा वाघ, अमोल मिटकरी, बाबूसिंह राठौड़, अबू आज़मी, श्रीजया चव्हाण, सुहास बाबर, देवराव भोंगले और अन्य जनप्रतिनिधियों ने पहले दिन ही प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खड़गे, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव इकबाल सिंह चहल, वन विभाग के उप सचिव विवेक होशिंग, उपमुख्यमंत्री कार्यालय के अवर सचिव धीरज अभंग, आदिवासी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त रवींद्र ठाकरे, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय के पूर्व सचिव एवं महानिदेशक दिलीप पंढरपट्टे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी पहली बार प्रदर्शनी देखने पहुंचे।
आगंतुकों ने प्रदर्शनी में विभिन्न वस्तुओं की समीक्षा की तथा अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया भी दी। अपनी राय दर्ज कराने वालों में विधायक सर्वश्री चित्रा वाघ, ज्ञानेश्वर म्हात्रे, प्रवीण स्वामी, पूर्व विधायक प्रकाश गजभिये, विधानसभा पर्यवेक्षक रवींद्र महादिक, दाई शामिल थे। देशोन्नति के संपादक प्रकाश पोहारे, लोक कलाकार प्रो. दिलीप अलोन व अन्य शामिल हैं। सम्मेलन अवधि के दौरान यह प्रदर्शनी प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से सायं 8 बजे तक सभी के लिए खुली थी।
प्रदर्शनी में 1964 से लेकर अब तक के लोक राज्य मुद्दों को प्रदर्शित किया गया है। संत ज्ञानेश्वर और स्वर्गीय श्रीपाद कृष्ण कोल्हटकर की जन्म शताब्दी के अवसर पर प्रकाशित अंक, मराठी संगीत रंगभूमि, डॉ. 150 अंकों में महाराष्ट्र राज्य के महान व्यक्तित्वों, सांस्कृतिक, भौगोलिक, आर्थिक और विविध स्मारकों के बारे में जानकारी के साथ-साथ बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा फुले, छत्रपति शाहू महाराज, यशवंतराव चव्हाण, मराठवाड़ा विकास और सांस्कृतिक मुद्दे, स्वतंत्रता सहित सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी शामिल है। दिवस विशेषांक आदि का प्रकाशन यहां किया गया है।