नागपुर समाचार : विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. दिलचस्प बात यह है कि पिछले तीन साल से राज्य में कई चुनाव रुके हुए हैं और राजनीतिक दल 22 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं की सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, सुनवाई 4 जनवरी को ही होने की संभावना है और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने ये कहकर इन चुनावों को लेकर संकेत दे दिए हैं कि तीन महीने के अंदर चुनाव कराने की कोशिश है.
नागपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में फड़णवीस ने अपने ‘मन की बात’ पेश की. इस कार्यक्रम में विधान परिषद के सभापति प्रो राम शिंदे, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, सचिव अरविंद मेनन, प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले, मंत्री पंकजा मुंडे, रणधीर सावरकर, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय भेंडे, एडवोकेट धर्मपाल मेश्राम आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.
इस दौरान फडणवीस ने कहा कि विधानसभा में जीत से कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और बीजेपी के लिए ‘अनुकूल’ माहौल बना है. इसीलिए पार्टी ने इसका फायदा उठाकर स्थानीय स्वशासन चुनाव में जीत की योजना बनानी शुरू कर दी है. इसी को ध्यान में रखते हुए नवनियुक्त मंत्रियों और विधायकों की उपस्थिति में नागपुर में कार्यकर्ताओं के लिए सदस्यता पंजीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
फडणवीस ने कहा कि यदि आप स्थानीय निकायों में जीतना चाहते हैं तो आपको कुछ दिनों में सदस्यता पंजीकरण पर ध्यान देना होगा. प्रदेश में डेढ़ करोड़ सदस्यता दर्ज की जाये. प्रत्येक बूथ पर 150 सदस्यों के पंजीकरण का लक्ष्य होना चाहिए.
फडणवीस ने कहा कि अगर सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता 5 जनवरी को जनता के बीच जाएं और 50 लोगों का पंजीकरण करें, तो कुछ ही घंटों में 50 लाख का आंकड़ा हासिल किया जा सकता है. सभी प्रमुख पदाधिकारियों को सड़क पर उतरकर जनता के बीच जाना चाहिए. इस मौके पर फड़णवीस ने चेतावनी देते हुए कहा कि सिर्फ भाषण देकर दूसरों पर काम न थोपें.