रामायण महापुराण से सीखें हमें जीना कैसे है और भागवत पुराण से सीखें मरना कैसे है: सिद्धयोगाचार्य भागवताचार्य प.पू. श्री हरिभाऊ निटूरकर (जोशी) महाराज।
नागपुर समाचार : सिद्धयोगाचार्य भागवताचार्य प.पू. श्री हरिभाऊ निटूरकर (जोशी) महाराज (भाऊ महाराज) हैद्राबाद इनकी अमृतवाणी से पानवलकर परिवारा द्वारा श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन 21 दिसम्बर से 27 दिसम्बर 2024 तक संताजी सोसायटी, मेंघरे लेआउट, मनीष नगर में किया गया है। इस भव्य आयोजन का लाभ लेने हेतु समस्त मनीष नगर एवं शहरवासियों उपस्थित रहने का आवाहन पानवलकर परिवार द्वारा किया गया है। संताजी सोसायटी मनीष नगर, नागपुर में भव्य श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ शनिवार 21 दिसम्बर को हुआ।
पहले दिन कथा माहात्मय का व्याख्यान करते हुए कथावाचक सिद्धयोगाचार्य भागवताचार्य प.पू. श्री हरिभाऊ निटूरकर (जोशी) महाराज ने कहा कि रामायण महापुराण हमें आदर्श के साथ जीवन जीने के तरीके सिखाती है और श्रीमद् भागवत महापुराण हमें मरना कैसे है ये सिखाती है। भागवत महापुराण में भक्त को मरने से पहले क्या कर्म करे कि अपनी मुक्ति को प्राप्त कर कर सके उस सुगम मार्ग का मार्गदर्शन केवल भागवत महापुराण में मिलता है। भगवान की भक्ति से मोक्ष की प्राप्ति करने का सबसे सरल उपाय राम नाम संकीर्तन है।
कथा वाचक सिद्धयोगाचार्य भागवताचार्य प.पू. श्री हरिभाऊ निटूरकर (जोशी) महाराज हैद्राबाद वाले हैं। कथा के पहले दिन पूरे मनीष नगर के नागरिकों के द्वारा बड़ी संख्या में अपनी सहभागिता दी गई। कथा रोज 3 बजे से 7 बजे तक आयोजित की गई है। श्रीमद भागवत कथा का आयोजन पानवलकर परिवार द्वारा किया गया और उन्होंने सभी नागरिकों को इस कार्यक्रम में शामिल होने का आवाहन किया है।