नागपुर समाचार : विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी बहुमत मिला, वहीं महाविकास अघाड़ी को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव के बाद राज्य में एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बनी। इसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया और विभागों का बंटवारा किया गया। लेकिन अब स्थानीय सरकार के चुनाव, जो पिछले कुछ वर्षों से रुके हुए हैं, अगले कुछ महीनों में होने की संभावना है। इस पृष्ठभूमि में, यह स्पष्ट है कि सभी राजनीतिक दलों ने पहले ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि, क्या विधानसभा चुनाव की तरह महायुति मिलकर लड़ेगा या अलग-अलग? इस पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। अब महायुति के नेता इस मामले पर टिप्पणियां कर रहे हैं।
आज बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने स्थानीय निकाय चुनाव और महायुति फॉर्मूले को लेकर बड़ी टिप्पणी की। आगामी स्थानीय सरकार के चुनाव कैसे लड़े जाने चाहिए, एक साथ या स्वतंत्र रूप से? चंद्रशेखर बावनकुले ने स्पष्ट किया, “इस संबंध में निर्णय हमारे जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा लिया जाएगा और भाजपा भी यही निर्णय लेगी।”
चंद्रशेखर बावनकुले ने क्या कहा?
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा,“जनवरी के पहले सप्ताह में सुप्रीम कोर्ट में ओबीसी आरक्षण को लेकर सुनवाई अंतिम चरण में है। यदि इस पर निर्णय जनवरी में हो जाता है तो मुझे लगता है कि चुनाव आयोग मार्च-अप्रैल तक स्थानीय निकाय चुनाव करा लेगा। हालांकि, अगर सुप्रीम कोर्ट कोई फैसला देता है तो यह मार्च-अप्रैल तक किया जा सकता है।”
महायुति का फॉर्मूला क्या होगा?
स्थानीय निकाय चुनावों के लिए महायुति का फॉर्मूला क्या होगा? इस संबंध में बोलते हुए चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, “स्थानीय स्वशासन निकाय चुनावों में हमारे स्थानीय पदाधिकारी हैं। वे जो भी निर्णय लेंगे, हमारा गठबंधन निर्णय लेगा। हम राज्य पर कोई निर्णय नहीं थोपेंगे। इसके अलावा, स्थानीय सरकार के चुनावों के संबंध में कोई निर्णय राज्य द्वारा नहीं लिया जाएगा। चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, “मैं अब मीडिया को बता रहा हूं कि भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के संबंध में वही निर्णय लेगी जो हमारे जिला स्तर के पदाधिकारी लेंगे।”