नागपुर समाचार : नागपुर महानगर पालिका ने शहर को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए लगातार योजना बना रही है। वहीं सही से कचरा संकलन हो सके इसके लिए नए-नए उपाय योजना भी ला रही है। फिर चाहे सफाई का काम निजी हाथो में देना हो या इसमें एक कंपनी की जगह दो कंपनियों को शामिल करना हो। लेकिन इसके बावजूस शहर की सुंदरता या स्वछता बढ़ने के बजाय और ख़राब होती जा रही है। इसी को देखते हुए नागपुर महानगर पालिका ने बड़ा निर्णय लेते हुए अब जोन के हिसाब से कंपनी नियुक्त करने का निर्णय लिया है। इसी के साथ मौजूदा दोनों कंपनियों को आखिरी चेतवानी देते हुए 90 दिनों के अंदर काम में सुधार को कहा है, ऐसा नहीं करने पर टेंडर रद्द करने की चेतवानी दी है।
नागपुर शहर में कचरा संकलन का काम करने वाली कंपनियों के कामकाज को लेकर लगातार सवाल उठते रहे है.. इन सवालो के बीच मनपा प्रशासन द्वारा लगातार कचरा संकलन का काम करने वाली एजी और बीवीजी दोनों कंपनियों को नोटिस देने और जुर्माना वसूलने का काम होते आया है लेकिन अब प्रशासन ने इन कंपनियों को फ़ाइनल नोटिस जारी किया है. 7 दिसंबर को जारी किये गए इस नोटिस में तीन महीने के भीतर काम की गुणवत्ता को सुधारने की ताकीद दी गयी है. ऐसा नहीं होने पर टर्मिनेट किये जाने की जानकारी भी दी गयी है।
जो नोटिस जारी हुआ है उसमे इस बात का उल्लेख है की अगर काम की गुणवत्ता नहीं सुधरती है तो कंपनियों को सीधे तौर पर टर्मिनेट कर दिया जायेगा। कंपनियों को टर्मिनेट किये जाने की सूरत में विकल्प के तौर पर नई कंपनियों की नियुक्तियो को लेकर भी कार्रवाई शुरू किये जाने की जानकारी मनपा प्रशासन द्वारा दी गयी है. खास है की कंपनियों की नियुक्ति ज़ोन स्तर पर की जायेगी।
नागपुर में कचरा संकलन का काम बीते कई वर्षो से निजी कंपनियों के भरोसे हो रहा है लेकिन कचरे के व्यवस्थापन से जुडी शिकायतों पर अंकुश नहीं लग रहा है.. बीते दिनों मौजूदा मुख्यमंत्री और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी द्वारा मनपा में लिए गए जनता दरबार में जनप्रतिनिधियों ने ज़ोन स्तर पर एजेंसियों की नियुक्ति का सुझाव दिया था. इसी सुझाव पर मनपा द्वारा अमल में लाया जाते हुए दिखाई दे रहा है।