■ राज्य के हवाई अड्डों के विकास कार्यों की समीक्षा
मुंबई समाचार : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ-साथ नागपुर और शिरडी हवाई अड्डों के कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
वे सह्याद्री अतिथि गृह में आयोजित राज्य के सभी हवाई अड्डों के निर्माण प्रगति की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय सहकारिता एवं नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि विमानन सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र है। केंद्र और राज्य सरकार को आवश्यक बुनियादी सुविधाएं बनाना बहुत जरूरी है। जब देश पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, यह क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण है। महाराष्ट्र देश का विकास इंजन के रूप में काम कर रहा है। इस क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों पर देश और राज्य को काम करना होगा। इस क्षेत्र में बढ़ती संख्या को देखते हुए बुनियादी ढांचे का विस्तार करना होगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि सोलापुर और कोल्हापुर में नाइट लैंडिंग की योजना बनाई जाए। शिरडी नाइट लैंडिंग सुविधा तुरंत शुरू की जाए। नागपुर और शिरडी हवाई अड्डों के लंबित मुद्दों को 31 मार्च तक हल किया जाए। जलगांव में नया टर्मिनल भवन बनाया जाए, पुरंदर हवाई अड्डे की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए, और पालघर हवाई अड्डे की स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू की जाए।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि वाढवण बंदरगाह केंद्र और राज्य सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। यह दुनिया के 10 सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा। देश का सबसे बड़ा व्यापारिक परिवहन यहां से होगा। इस क्षेत्र से बुलेट ट्रेन और कोस्टल रोड गुजरेगी। यहां चौथी मुंबई विकसित होगी। उन्होंने कहा कि वाढवण में नए हवाई अड्डे के बारे में तत्काल निर्णय लेना आवश्यक है।
नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का काम अच्छी प्रगति पर है और काम को तेज करने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए। नवी मुंबई हवाई अड्डा 85 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसकी क्षमता मुंबई हवाई अड्डे से दोगुनी होगी। कार्यों को गुणवत्ता के साथ और समय सीमा में पूरा करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने नाइट लैंडिंग सुविधा वाले हवाई अड्डों से संबंधित समस्याओं को हल करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने हवाई अड्डों के कार्यों में हो रही देरी के कारणों की पहचान करने और उन्हें तेजी से पूरा करने के लिए समाधान खोजने को कहा।
इस अवसर पर नवी मुंबई और नागपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के बारे में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। इसमें पूरा किया गया काम, शेष काम के लिए आवश्यक समय, लंबित अनुमतियां, वित्तीय पहलू, भूमि अधिग्रहण जैसे विभिन्न विषयों की समीक्षा की गई। साथ ही राज्य के सभी हवाई अड्डों की प्रस्तुतीकरण के माध्यम से समीक्षा की गई।
इस अवसर पर नागरिक विमानन मंत्रालय की सह सचिव रुबिना अली, असंगबा चुबा एओ, सह निदेशक नयोनिका दत्ता, जे. टी. राधाकृष्ण, क्षेत्रीय कार्यकारी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, पश्चिम क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी फैज अहमद किडवाई, सिडको के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. वेलरासु, नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन के कार्यकारी अधिकारी, छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन के कार्यकारी अधिकारी के साथ-साथ मुख्यमंत्री सचिवालय तथा विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, सचिव आदि उपस्थित थे।