मुंबई समाचार : कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) की सहायता से मानव जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। राज्य सरकार स्वास्थ्य, कृषि, और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में आधुनिक तकनीक का उपयोग कर नागरिकों के जीवन को और आसान बनाने के प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीक के उपयोग से क्रांतिकारी बदलाव संभव हैं, जिससे निश्चित रूप से मानव जीवन को अधिक सरल और आरामदायक बनाया जा सकता है। यह बात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज व्यक्त की।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मुंबई विश्व की फिनटेक और डेटा सेंटर राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। तकनीकी युग में, यहां विश्व के हर व्यक्ति को प्रगति के अवसर मिलेंगे। भारत आर्थिक और तकनीकी विकास में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही यह तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। महाराष्ट्र ने भी एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य तय किया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ‘पैन आईआईटी वर्ल्ड ऑफ टेक्नोलॉजी’ द्वारा आयोजित वैश्विक सम्मेलन 2025 में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम जीओ कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर दुबई आर्थिक विकास प्राधिकरण के सीईओ हादी बद्री, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर अभय करंदीकर, प्रसिद्ध वैज्ञानिक रघुनाथ माशेलकर, पैन आईआईटी के अध्यक्ष देवाशीष भट्टाचार्य, शरद सरफ, अशोक झुनझुनवाला, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि देश में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य किए जा रहे हैं। मुंबई में समुद्री किनारे सड़क और अटल सेतु परियोजनाओं ने यातायात को सुगम और तेज बनाया है। मुंबई में कई अन्य बुनियादी ढांचे के कार्य भी प्रगति पर हैं। राज्य सरकार एक नवाचारी समाज (Innovative Society) के निर्माण के लिए प्रयासरत है।
राज्य के दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत, राज्य सरकार हर वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक के मुफ्त चिकित्सा उपचार की सुविधा प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों के कारण कृषि क्षेत्र में कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इन चुनौतियों का सामना तकनीकी सहायता से किया जा सकता है। राज्य सरकार किसानों को दिन में बिजली आपूर्ति करने के लिए सौर ऊर्जा आधारित बिजली परियोजनाओं पर काम कर रही है। 2026 तक, राज्य में 16 गीगावॉट सौर ऊर्जा उत्पन्न होगी, जिससे किसानों को दिन के समय बिजली उपलब्ध हो सकेगी। महाराष्ट्र देश का पहला राज्य है जिसने कृषि के लिए एक विशेष सौर ऊर्जा कंपनी स्थापित की है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘द्रोण दीदी’ परियोजना को भी तकनीकी सहायता से आगे बढ़ाया जा रहा है। राज्य में जल संरक्षण के लिए ‘जलयुक्त शिवार अभियान’ चलाया जा रहा है, जिससे राज्य के 24,000 गांवों में जल संपन्नता आई है।
उन्होंने कहा कि आईआईटी मुंबई अब केवल एक शैक्षणिक संस्था नहीं है, बल्कि यह ‘इंडियन इनोवेशन ऑफ टेक्नोलॉजी’ के रूप में उभर रही है। राज्य सरकार विभिन्न क्षेत्रों में शोध और नवाचार के लिए आईआईटी के साथ मिलकर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि द्रोण प्रोजेक्ट के तहत कंट्रोल और कमांड सेंटर, साथ ही ड्रोन पोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। तकनीक की सहायता से जीवन में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं, जिससे भविष्य निश्चित रूप से उज्ज्वल और आशाजनक होगा। इस कार्यक्रम में आईआईटी के शोधकर्ता, प्रोफेसर और छात्र भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।