नागपुर समाचार : आज देशभर में विशेष रूप से महाराष्ट्र के नागपुर जिल्हे में दिनोंदिन कैंसर मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही हैं। नागपुर अब कैंसर का हब हो रहा हैं। आज के युग में हर गल्ली हर मौहल्ले में हर चौंक पे चाय की दुकान हैं और चायवाला हर ग्राहक की कागज की कप दुकान में गरम गरम चाय देता हैं। इसे कप के अंदर के लेयर पर मौजूद बीपीए नाम का केमिकल गरम चाय की वजह से कम जड़ा मात्र चाय में घुलकर मानव के शरीर में प्रवेश करता हैं। इसे नागरिकों बड़े पैमाने पर कैंसर का धोखा बढ़ गया हैं। इस विषय पर संशोधन करने वाले डॉक्टर ने भी इस बात से सरकार को अवगत कराया हैं।
इस विषय को गंभीरता से लेते हुए भाजपा कामगार मोर्चा ने नागपुर जिलाअधिकारी साहब और नागपुर महानगर पालिका के आयुक्त तथा प्रशासक अभिजीत चौधरी से मिलकर इस गंभीर समस्या के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी और साथ ही स्थानिक प्रशासन और राज्य प्रशासन की और मांग की हैं कि ‘महाराष्ट्र सरकार ने इस विषय को गंभीता से लेते हुए जल्द से जल्द चायवाले कप के बंदी का अध्यादेश निकलकर इस कागज वाले कप पर बंदी लगाना चाहिए और इसके बौजूद भी कोई दुकानदार इस कप इस्तमाल करते पकड़ा जाए तो उसे कड़ी से कड़ी सजा देने का भी प्रयोजन करे’ ऐसी निवेदन कि मांग कि है।
इस निवेदन में पर प्रमुख तौर पर पूर्व पार्षद भास्कर पराते, डॉ. विनोद जैसवाल पूर्व अध्यक्ष भाजपा वैद्यकीय आघाड़ी नागपुर महानगर, पूर्व पार्षद भोला बैसवारे, पुष्पा पाठराबे, रेखा निमजे, चंद्रभान कलिंगले, दीपक पराते, नकुल बैसवारे, मोहन कुंभारे, मंगेश कामडी, दिलिप धकाते, प्रवीण सोनकुसरे, अमृत भानुसे, पिंटू पौनिकर, शोभा बावने, मीरा पौनीकार, स्वर्णिमा लोखंडे और अन्य पदाधिकारि उपस्थित थे।