नागपुर समाचार : होली रंगों, उत्साह और सौहार्द्र का त्योहार, जो रिश्तों को और भी गहरा कर देता है। लेकिन पुलिस बल के लिए यह दिन अक्सर ड्यूटी और सुरक्षा प्रबंधों की जिम्मेदारी के साथ बीतता है। नागपुर शहर के पुलिस अधिकारी और जवान सुबह से लेकर रात तक कानून-व्यवस्था बनाए रखने में व्यस्त रहते हैं। उनके हाथों में रंगों के बजाय कर्तव्य का भार होता है। लेकिन इस साल नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र कुमार सिंगल ने इस परंपरा को एक नया मोड़ देने का निश्चय किया। और पुलिसकर्मी सहित उनके परिवार के साथ होली का उत्सव मनाया।
पुलिस आयुक्त ने शनिवार सुबह 8:00 बजे पुलिस मुख्यालय मैदान में होली उत्सव का आयोजन किया। पुलिस मुख्यालय का मैदान रंगों से सराबोर हो गया। गुलाबी, हरे, केसरिया, नीले रंगों की बौछार, पुलिसकर्मियों के हंसते चेहरे, खुलकर की गई बातचीत और संगीत की धुन पर थिरकते कदमों ने माहौल को खुशनुमा बना दिया। कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त अपनी पत्नी वनिता सिंगल के साथ समारोह में शामिल हुए।
कर्तव्य भी, आनंद भी!
कल ही पुलिस बल ने शहर में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था सुनिश्चित की थी। सुबह 5 बजे से लेकर रात 12 बजे तक हर पुलिसकर्मी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद रहा, जिससे नागपुर में होली शांतिपूर्ण संपन्न हुई। लेकिन आज, वही पुलिसकर्मी थकान भूलकर रंगों में डूबे नजर आए। लाठी की जगह गुलाल और चेहरों पर तनाव की जगह मुस्कान ने पुलिस बल की मानवीय छवि को और मजबूत किया।
मानसिक आनंद भी जरूरी: पुलिस आयुक्त
अपने संबोधन में पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र कुमार सिंगल ने कहा, “कर्तव्य महत्वपूर्ण है, लेकिन मानसिक आनंद भी उतना ही आवश्यक है। पहली बार नागपुर पुलिस के इतिहास में ऐसा आयोजन हुआ, जिससे यह क्षण अविस्मरणीय बन गया।” इस कार्यक्रम में सहायक पुलिस आयुक्त निसार तांबोली, अपर पुलिस आयुक्त संजय पाटिल, शिवाजी राठौड़, प्रमोद शेवाळे, पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम, अश्विनी पाटिल, श्वेता खेडकर, राहुल मदने, शशिकांत सातव सहित सभी वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिकारी अपने परिवारों के साथ मौजूद थे।