नागपुर समाचार : मुगल शासक औरंगजेब की कब्र पर विवाद को लेकर सोमवार शाम को शांतिपूर्ण नागपुर में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे। पुराने नागपुर के महल इलाके में दंगाई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। दंगाइयों ने व्यस्त ज़ेंडा चौक इलाके में कुछ दुकानों को बंद करने के लिए मजबूर किया, जिसके कारण बहस हुई। कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस तुरंत इलाके में पहुंची और स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए सभी दुकानों को बंद करने का आदेश दिया।
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मना रहे लोगों (हिंदू पंचांग के अनुसार) ने औरंगजेब के खिलाफ नारे लगाए, जिसके कारण महल में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास दूसरे समूह ने भी नारेबाजी की। इसके कारण एक-दूसरे पर पत्थरबाजी हुई और सड़क पर टायर जलाए गए। दंगाइयों ने कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं। लेकिन भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
इस बीच, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों से शांति बनाए रखने और पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की है।
दंगों के दौरान घबराये आम लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में भागने लगे। क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।