नासा समाचार : एस्ट्रोनॉट्स को स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा सुरक्षित रूप से फ्लोरिडा के तट पर उतारा गया. भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को लाने वाला कैप्सूल फ़्लोरिडा के तट के पास समंदर में गिरा.
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर, साथ ही नासा के निक हैग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव, नौ महीने के लंबे मिशन के बाद धरती पर वापस लौटकर आ गए हैं. एस्ट्रोनॉट्स को स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा सुरक्षित रूप से फ्लोरिडा के तट पर उतारा गया. भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को लाने वाला कैप्सूल फ़्लोरिडा के तट के पास समंदर में गिरा.
समंदर में डॉल्फिन ने किया स्वागत
समंदर के सतह पर आने के बाद कंट्रोल सेंटर की ओर से अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लौटने के लिए बधाई दी गई. वहीं नौ महीने बाद धरती पर लौटे अंतरिक्ष यात्रियों को समुद्र में भी बेहद खूबसूरत अनुभव हुआ. यहां उनका स्वागत डाल्फिन्स ने किया. ड्रैगन कैप्सूल के समुद्र में उतरते ही डॉल्फिन कैप्सूल के आसपास तैरते हुए देखे गए.
हर किसी को एक झलक देखने का था इंतजार
इसके बाद मौके पर मौजूद रिकवरी टीम फास्ट बोट्स से कैप्सूल तक पहुंची और सुरक्षा जायजा लेकर पहले पैराशूट हटाया गया. इसके बाद रस्सियों के सहारे कैप्सूल को सुरक्षा नाव में लाया गया और फिर रिकवरी टीम ने कैप्सूल के साइड हैच को सावधानी से खोला, जो सितंबर के बाद से पहली बार खुला था. इस बीच हर कोई इन अंतरिक्ष यात्रियों की एक झलक पाने का इंतजार कर रहा था.
8 दिनों का मिशन 9 महीनों में हुआ पूरा
अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकालने के बाद उन्हें 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए ह्यूस्टन ले जाया गया. क्रू-9 की पृथ्वी पर वापसी में अपनी चुनौतियां थीं. बता दें कि बीते साल जून में विलियम्स और विलमोर को महज़ आठ दिनों के मिशन पर भेजा गया था, लेकिन स्टारलाइनर कैप्सूल के साथ तकनीकी समस्याओं के कारण, विलियम्स और विलमोर अंतरिक्ष में फंस गए थे. करीब 9 महीनों बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री धरती पर वापस लौट पाए हैं.