नागपुर समाचार : सोमवार को हुई हिंसा के बाद नागपुर में माहौल अब शांत है। हिंसा वाले क्षेत्रों सहित संवेदनशील परिसरों में भी स्थिति काबू में है। जिसको देखते हुए नागपूर पुलिस ने कर्फ्यू में ढील देने का निर्णय लिया है। पुलिस ने दस थाना क्षेत्रों में से दो थाने से कर्फ्यू को हटाने का निर्णय लिया है। वहीँ छह थाना क्षेत्रों में ढील दी गई है। हालांकि, हिंसा वाले क्षेत्रों में कर्फ्यू लगातार बरक़रार है।
ज्ञात हो कि, 17 मार्च को हुई हिंसा के बाद नागपुर पुलिस ने 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया था। कोतवाली, गणेशपेठ, शांतिनगर, तहसील, इमामवाड़ा, लकड़गंज, पांचपावली, सक्करदरा, नंदनवन, यशोधरनगर थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया था। जिसके बाद पिछले तीन दिनों से इन क्षेत्रों में दूकान सहित सबहि तरह के प्रतिष्ठान बंद थे। यही नहीं इस दौरान लोगों की आवाजाही भी इन क्षेत्रों नहीं हो रही थी। लगातार बंद के कारण व्यापारियों और आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। दुकाने बंद होने के कारण रोजमर्रा की चीजों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था। जिसको देखते हुए नागरिकों ने पुलिस आयुक्त से कर्फ्यू में ढील देने की मांग की थी।
गुरुवार को नागपुर पुलिस आयुक्त डॉक्टर रवींद्र कुमार सिंघल ने कर्फ्यू की समीक्षा की और इसमें बदलाव करने का निर्णय लिया। जारी आदेश के अनुसार, नंदनवन और शांतिनगर थाना क्षेत्रों में लगे कर्फ्यु को हटा दिया है। इसी के साथ शांतिनगर, पचपावली, लकड़गंज, सक्करदरा, इमामवाड़ा में दैनिक जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए स्थिति की समीक्षा के बाद दोपहर 2 बजे से शाम चार बजे तक दो घंटे की छूट दी गई है। यह निर्णय आज दोपहर दो बजे से लागू होगा।
हिंसा वाले क्षेत्रों में लगा रहे कर्फ्यू
नागपुर पुलिस ने जहां आठ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू हटाने और ढील देने का निर्णय लिया है। वहीं जिन क्षेत्रों में हिंसा हुई है, वहां कर्फ्यू लगा रहने का निर्णय लिया है। गणेशपेठ और कोतवाली थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू में किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी गई है। दोनों थाना क्षेत्रों में उसी तरह की कड़क नियम लागू रहेंगे। प्रशासन और पुलिस विभाग ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।