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क्या है हिंदी दिवस, कब से, क्यों मनाया जाता है, जानें इसका इतिहास और महत्व। हिंदी दिवस मनाने की ये है वजह…..


नागपुर:- 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था. हज़ारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविन्द दास के साथ-साथ व्यौहार राजेंद्र सिम्हा के प्रयासों की बदौलत भारत गणराज्य की दो आधिकारिक भाषाओं में से एक हिंदी को अपनाया गया था.
14 सितंबर 1949 को व्यौहार राजेंद्र सिम्हा के 50 वें जन्मदिन पर हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया और इसके बाद प्रचार-प्रसार को आगे बढ़ाने के प्रयासों में तेजी आई. भारत के संविधान द्वारा 26 जनवरी 1950 को यह निर्णय लागू किया गया था. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 (Article 343) के तहत देवनागरी लिपि (Devanagari Script) में लिखी गई हिंदी (120 से अधिक भाषाओं में प्रयुक्त होने वाली लिपि) को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था. AHindi Divas 2020 Date: क्या है हिंदी दिवस, कब से, क्यों मनाया जाता है, जानें इसका इतिहास और महत्व
Hindi Diwas 2020 Date: 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस (Hindi Diwas 2020) के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था. हज़ारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविन्द दास के साथ-साथ व्यौहार राजेंद्र सिम्हा के प्रयासों की बदौलत भारत गणराज्य की दो आधिकारिक भाषाओं में से एक हिंदी को अपनाया गया था. Also Read – Hindi Divas 2020 Date: क्या है हिंदी दिवस, कब से, क्यों मनाया जाता है, जानें इसका इतिहास और महत्व

14 सितंबर 1949 को व्यौहार राजेंद्र सिम्हा के 50 वें जन्मदिन पर हिंदी को आधिकारिक भाषा (Official Language) के रूप में अपनाया गया और इसके बाद प्रचार-प्रसार को आगे बढ़ाने के प्रयासों में तेजी आई. भारत के संविधान द्वारा 26 जनवरी 1950 को यह निर्णय लागू किया गया था. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 (Article 343) के तहत देवनागरी लिपि (Devanagari Script) में लिखी गई हिंदी (120 से अधिक भाषाओं में प्रयुक्त होने वाली लिपि) को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था. Also Read – हिंदी दिवस 2019: एक बिंदी तक के लिए भिड़ जाते हैं 81 साल के मंजर, सरकारों को भी माननी पड़ती है भूल

भारत की कुल मिलाकर 22 अनुसूचित भाषाएँ हैं, जिनमें से दो हिंदी और अंग्रेजी को आधिकारिक तौर पर संघ स्तर पर उपयोग किया जाता है. देशभर में हिंदी लगभग 32.2 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है जबकि लगभग 27 करोड़ लोग अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. इस दिन राजभाषा पुरस्कारों से मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और राष्ट्रीयकृत बैंकों को सम्मानित किया जाता है. ग्रामीण भारत में भी केवल अंग्रेजी और हिंदी में बैंक चालान उपलब्ध कराया जाता है.
बता दें कि गृह मंत्रालय ने 25 मार्च 2015 के अपने आदेश में हिंदी दिवस पर प्रतिवर्ष दिए जाने वाले दो पुरस्कारों के नाम बदल दिए थे. 1986 में स्थापित इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार को बदलकर राजभाषा कीर्ति पुरस्कार’ और राजीव गांधी राष्ट्रीय ज्ञान-विज्ञान मौलिक लेखन पुरस्कार को बदलकर राजभाषा गौरव पुरस्कार कर दिया गया था.
भारत की कुल मिलाकर 22 अनुसूचित भाषाएँ हैं, जिनमें से दो हिंदी और अंग्रेजी को आधिकारिक तौर पर संघ स्तर पर उपयोग किया जाता है. देशभर में हिंदी लगभग 32.2 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है जबकि लगभग 27 करोड़ लोग अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. इस दिन राजभाषा पुरस्कारों से मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और राष्ट्रीयकृत बैंकों को सम्मानित किया जाता है. ग्रामीण भारत में भी केवल अंग्रेजी और हिंदी में बैंक चालान उपलब्ध कराया जाता है.
बता दें कि गृह मंत्रालय ने 25 मार्च 2015 के अपने आदेश में हिंदी दिवस पर प्रतिवर्ष दिए जाने वाले दो पुरस्कारों के नाम बदल दिए थे. 1986 में स्थापित इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार को बदलकर राजभाषा कीर्ति पुरस्कार’ और राजीव गांधी राष्ट्रीय ज्ञान-विज्ञान मौलिक लेखन पुरस्कार को बदलकर राजभाषा गौरव पुरस्कार कर दिया गया था.

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