■ पूर्व सैनिक अनिल बालपांडे हुए विशेष रूप से सम्मानित
नागपुर समाचार : रामनवमी के पावन अवसर पर श्री पोद्दरेश्वर राम मंदिर से निकली भव्य शोभायात्रा में इस बार भी आदर्श बहुउद्देशीय शिक्षण संस्था की सक्रिय और सेवाभावी उपस्थिति देखने को मिली। संस्था ने परंपरा का निर्वाह करते हुए इस वर्ष भी गीता मंदिर के सामने, सुभाष रोड पर हजारों श्रद्धालुओं को शीतल जल एवं स्वादिष्ट प्रसाद वितरित किया। ज्ञात हो कि आदर्श बहुउद्देशीय शिक्षण संस्था पिछले 15 वर्षों से इस शोभायात्रा में जल एवं प्रसाद वितरण का सेवा कार्य करती आ रही है। हर वर्ष संस्था के पदाधिकारी व सदस्य बड़े ही श्रद्धा भाव एवं समर्पण से इस सेवा में जुट जाते हैं। इस वर्ष भी संस्था की संस्थापक एवं सचिव ज्योति द्विवेदी के नेतृत्व में यह कार्य अत्यंत व्यवस्थित और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
ज्योति द्विवेदी ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया, “सनातन धर्म में जल पिलाना अत्यंत पुण्य का कार्य माना गया है। गर्मी के इस मौसम में हजारों श्रद्धालु कई किलोमीटर की यात्रा करते हैं, ऐसे में उन्हें शीतल जल प्रदान करना एक सेवा नहीं, बल्कि धर्म है। हमारी संस्था न सिर्फ जल, बल्कि प्रसाद भी वितरित करती है जिससे भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा भी प्राप्त हो।” संस्था के सेवा कार्य में विशेष बात यह रही कि शोभायात्रा में सम्मिलित झांकियों के कलाकारों और स्वयंसेवकों को विशेष रूप से जल पिलाया गया। ये वे लोग होते हैं जो पूरे रास्ते अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए चल रहे होते हैं, उनके लिए यह जल सेवा अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।
इस बार शोभायात्रा में एक और विशेष आकर्षण रहा – पूर्व सैनिक एवं वर्तमान में पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय श्री अनिल बालपांडे की गरिमामयी उपस्थिति। अनिल जी को संस्था की ओर से सम्मानित भी किया गया। ज्योति द्विवेदी ने उन्हें सनातन संस्कृति के प्रतीक केसरी दुपट्टा पहनाकर ससम्मान अभिनंदन किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी जनों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया।
संस्था के प्रमुख सदस्य आदर्श द्विवेदी ने इस आयोजन में विशेष सहयोग प्रदान किया। आयोजन के संचालन व व्यवस्थापन में ज्योती द्विवेदी, राहुलप्रसाद शर्मा, आदर्श द्विवेदी, अनिल बालपांडे ,समेत अनेक कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई।
पूरे कार्यक्रम के दौरान भक्तों की भारी भीड़ देखी गई, लेकिन संस्था की टीम ने समर्पित भाव से सेवा कार्य को सहज एवं व्यवस्थित बनाए रखा। जल वितरण की व्यवस्था इतनी सुव्यवस्थित थी कि शोभायात्रा समाप्त होने के पश्चात भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु जल ग्रहण करने आते रहे।
संस्था की यह सेवा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज में सेवा भाव और समर्पण की प्रेरणा भी देती है। आदर्श बहुउद्देशीय शिक्षण संस्था की इस पहल को नागरिकों व श्रद्धालुओं ने भरपूर सराहा और इसे एक अनुकरणीय उदाहरण बताया।
संस्था ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि रामनवमी केवल उत्सव नहीं, सेवा का अवसर भी है – और जब सेवा में समर्पण हो, तो वह पुण्य बन जाती है।