■ देशभर की है चाह, पाकिस्तान से बदला लें शाह लेकर १५ सैनिकों का साथ, आगे बढ़े राजनाथ
नागपुर समाचार : कहा जाता है कि जो लंका को न जला दे वह हनुमान नहीं, जो रावण का वध न करे, वह राम नहीं। इसी तर्ज पर पहलगाम में पर्यटकों तर हुए कायराना आतंकी हमले के बाद कहा जा रहा है कि ‘जो पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में छुपे आतंकियों को तबाह न कर दे वह मोदी नहीं।’ देश की जनता बुरी तरह उद्वेलित है, आक्रोशित है और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का सफाया चाहती है। गृहमंत्री अमित शाह से देश की जनता की यही चाह है जबकि हमारे देश की सेना विश्व में चौथे स्थान पर है। १५ लाख सैनिकों का साथ लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की तबाही की अगुवाई करनी चाहिए।
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले को गई घंटे बीत चुके हैं। देश की जनता को लगा था कि चंद घंटों के भीतर भारत जवाबी कार्रवाई करेगा। रात के समय पीओके पर भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की बाट कई लोग जोह रहे हैं लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कडे कदम उठाने शुरू कर दिए हैं लेकिन इस बार जनता का खून बुरी तरह खौल उठा है। वह चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द से जल्द जवाबी कार्रवाई को अंजाम दें। शाह, राजनाथ सहित समूचा मंत्रिमंडल उनके साथ है। अगर भारत सरकार केवल चतावनियों से ही काम चलाएगी तो वह देश की जनता को पसंद नहीं आएगा।
केंद्र में मोदी के नेतृत्व में सरकार आने के बाद से जनता की उम्मीदें। काफी बढ़ गई हैं। यह भी उतना ही सच है कि मोदी सरकार के आने के बाद जम्मू-कश्मीर छोड़कर देश में आतंकी हमले नहीं के बराबर हुए हैं। कांग्रेस या यूपीए के राज में देश के कई शहरों में आतंकी हमले हुए। अब जनता चाहती है कि देश के अन्य शहरों के समान जम्मू-कश्मीर में भी कोई आतंकी हमला न हो। इसके लिए मोदी-शाह-राजनाथ की तिकडी को जल्द से जल्द कदम उठाकर पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए। अगर पीएम मोदी ने अभी कडे कदम नहीं उठाए तो देश की जनता उनसे निराश हो जाएगी।
‘जो लंका न जलाए वह हनुमान नहीं’ की तर्ज पर ‘जो आतंकियों को तबाह न कर दे वह मोदी नहीं’ कहना शुरू करेगी।
पहलगाम हमले का पाकिस्तान से बदला लेने की तैयारियां भारत द्वारा की जा रही हैं। खिचडी तेजी से पक रही है और जल्द ही परिणाम भी सामने आ जाएंगे। जनता को अधिक उतावलापन न दिखाते हुए मोदी सरकार पर भरोसा करना होगा। सरकार भी जानती है कि अगर अब पाकिस्तान पर कार्रवाई नहीं हुई तो कल चलकर पहलगाम के समान देश के अन्य पर्यटनस्थलों पर भी आतंकी हमला करने का दुस्साहस दिखा सकते हैं। पहलगाम में पर्यटकों की निर्मम हत्या के बदले में देश की जनता पाकिस्तानी सैनिकों के कटे हुए सिर चाहती है और वह भी जल्द से जल्द।