इतवारी कलमना होलसेल अनाज बाजार शनिवार को जनता कर्फ्यू के तहत शत प्रतिशत पूर्णतः बंद रहा – मोटवानी
नागपुर : कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देख नागपुर में प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा मरीज और 50 से ज्यादा मौतें होने से स्थिति बेहद विकराल हो चुकी है। शहर के अधिकतम व्यापारी वर्ग भी जनता कर्फ्यू के पक्ष है।दि होलसेल ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव प्रताप मोटवानी ने महापौर द्वारा सितम्बर माह में जो जनता कर्फ्यू का निर्णय लिया है उसका पूर्णतः समर्थन कर होलसेल अनाज बाजार कलमना और इतवारी मार्किट शनिवार को पूर्णतः बंद रहा। सचिव मोटवानी ने बताया इसके पूर्व कोरोना महामारी की भीषण परिस्थिति को देख कलमना होलसेल न्यू ग्रेन मार्किट सप्ताह में तीन दिन मंगलवार गुरुवार और शनिवार को खोलने का निर्णय लिया गया था अब शनिवार रविवार जनता कर्फ्यू को समर्थन कर अब दिनों को परिवर्तित कर कलमना न्यू ग्रेन मार्किट अब सोमवार बुधवार और शुक्रवार को शुरू रहेगा।
मोटवानी ने बताया कि शासन द्वारा सहयोग नही देने से भृम की स्थिति रही जिससे पूरा शहर सख्ताई से बंद नही रहा लोगो ने स्वेच्छा से दुकाने बंद की। लेकिन ऐसी विकट परिस्थितियों में सरकार की राजनीति समझ से परे रही।
मोटवानी ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि कोरोना अब कम्युनिटी स्प्रेड होने जा रहा है आखिर सरकार की क्या इच्छा है। कि नागपुर पूरा शहर कोरोना ग्रस्त हो जाये। जब नागपुर के महापौर सभी विधायकों और मनपा आयुक्त की पूरी टीम ने सभा लेकर सर्वानुमति से निर्णय लिया तो बाद में सरकार के बेहूदा स्पष्टीकरण से नागपुर की आम जनता बेहद नाराज है।नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिनजी गडकरी, पालक मंत्री नितिन राउत सहित कलेक्टर, महापौर और अनेक गणमान्य कोरोना से प्रभावित हो चुके है।
ऐसी स्थिति में कम से कम 15 दिन जनता कर्फ्यू की आवश्यकता है। अधिकतम व्यापारी वर्ग और आम जनता भी सहमत है ऐसी स्थिति में सरकार इसका पालन तो नही कर रही है।उल्टा महापौर के आग्रह पर शनिवार रविवार स्वेच्छा से व्यापारी जनता जनता कर्फ्यू के लिए तैयार होने के बाद अपना बंद में समर्थन नही होने की घोषणा कर क्या जाहिर करना चाहती है। लोगों की जान की भी उन्हें परवाह नही है क्या। सरकार ने इसे पूरा समर्थन देकर सख्ती से जनता कर्फ्यू लगवा कर सभी के हितों की रक्षा करना चाहिए।