प्राइवेट हास्पिटल में कोविड मरीजों के लिए 1800 बेड
नागपुर : कोविड का इलाज करने के लिए हामी भरने वाले निजी अस्पतालों ने 1800 बेड उपलब्ध कराए हैं। हाईकोर्ट ने गठित महापौर की अध्यक्षता वाली समिति के सामने पहली सुनवाई में अनुपस्थित रहे अस्पताल भी सेवा देने के लिए तैयार हो गए हैं। 19 और 21 सितंबर को हुई सुनवाई में कोविड का इलाज करने के लिए राजी हुए निजी अस्पतालों से लिखित हामी-पत्र लिया गया। समिति अध्यक्ष महापौर संदीप जोशी ने बताया कि 23 सितंबर को हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की जाएगी।
102 डेडिकेटेड कोविड अस्पताल
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देख मनपा ने सभी निजी अस्पताल प्रबंधनों को निर्देश दिया था कि वे अपने अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने की तैयारी रखें। 39 निजी अस्पताल डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में परावर्तित हो गए। अन्य अस्पताल तैयार नहीं हुए। मरीजों को उपचार नहीं मिलने हाईकोर्ट ने स्वयं संज्ञान लेकर जनहित याचिका दायर की। महापौर की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित कर जो अस्पताल कोविड का इलाज करने के लिए तैयार नहीं, उनकी सुनवाई करने के आदेश दिए। समिति ने पहली सुनवाई 19 सितंबर को रखी। 63 अस्पतालों को अपनी समस्या रखने का अवसर दिया गया था। 26 अस्पतालों ने उपस्थिति आवश्यक नहीं समझी। पुन: 21 सितंबर को सुनवाई रखी गई है। इसमें 21 अस्पताल के प्रतिनिधियों ने उपस्थित होकर तैयारी दिखाई। 3 अस्पतालों ने पत्र भेजकर सहमति दर्शाई। दो अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज शुरू किए जाने की महापौर संदीप जोशी ने जानकारी दी।
सभी अस्पताल सेवा के लिए तैयार
डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में परावर्तित किए गए सभी निजी अस्पताल कोविड के मरीजों का इलाज करने के लिए राजी हो गए हैं। इन अस्पतालों में 1800 बेड उपलब्ध है। सुनवाई में िनजी अस्पतालों से लिखित हामी-पत्र लिए गए हैं। सुनवाई की रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की जाएगी।
– संदीप जोशी, महापौर तथा समिति अध्यक्ष