मुलत : गोंदिया निवासी बडोले सीआरपीएफ की 117 बटालियन में थे
नागपुर समाचार : कश्मीर में आज सुबह करीब साढ़े 7 बजे श्रीनगर एयरपोर्ट पर सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में एएसआई नरेश बडोले शहीद हो गए. वे 49 वर्ष के थे. इस बोच, इलाके को खाली कराकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. मूलतः गोंदिया जिले के बामणी का रहने वाला बडोले का परिवार फिलहाल नागपुर में रहता है. कल सुबह 8 बजे हिंगणा के सीआरपीएफ कैम्प के सामने स्थित डिगडोह श्मशान घाट में पूरे शासकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
मध्य कश्मीर के बड़गाम जिले के चामोरा के केसरमुल्ला इलाके में घात लगाकर बैठे आतंकियों ने एयरपोर्ट की ड्यूटी पर तैनात गश्ती दल को निशाना बनाया. इस हमले में सीआरपीएफ की 117 बटालियन के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) नरेश उमराव बडोले जख्मी हो गए. नरेश बडोले को तत्काल सेना के अस्पताल में भरती किया गया, जहां इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई. बडोले द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आंतकी दोपहिया वाहन पर सवार होकर आए थे. बताया जाता है कि आतंकी मृत जवान बडोले की राइफल भी छीनकर ले गए. नरेश बडोले को इंडिगो की एक फ्लाइट से पहले दिल्ली लाया गया और उसके बाद दिल्ली से देर रात नागपुर लाया गया.
वैशाली नगर के पांडुरंग नगर हिंगना रोड नागपुर निवासी नरेश बडोले को एयर पोर्ट से सड़क मार्ग से उनके घर ले जाया गया. बडोले का परिवार फिलहाल नागपुर हिंगना सीआरपीएफ कैम्प के सामने, रायसोनी कॉलेज के बाजू में स्थित पांडुरंग नगर, वैशाली नगर में रहता है. 12 जुलाई 1989 को जन्मे नरेश बडोले अपने पीछे पत्नी प्रमिला, दो बेटियां मृणाल (22 वर्ष) और प्रज्ञा (20 वर्ष) सहित भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं.