उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना के खिलाफ सड़कों पर आक्रोश
गोंदिया : हाथरस की घटना को लेकर समूचे देश में विरोध तेज हो गया है। 1 अक्टूबर गुरुवार की सुबह गोंदिया बंद का ऐलान करते हुए सैकड़ों लोगों ने नारेबाजी करते हुए गोंदिया नगर परिषद कार्यालय निकट से जुलूस निकाला और दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और फांसी की सजा दिए जाने की मांग की।
राजेश करोसिया (अध्यक्ष -युवा वाल्मीकि समाज) तिलक दीप (अध्यक्ष- युवा उत्कल समाज) विजेंद्र बरोंडे (अध्यक्ष- युवा सुदर्शन समाज) सचिन शेद्रें (अध्यक्ष- युवा मखियार समाज) के नेतृत्व में सैकड़ों दलित समाज बंधुओं ने शहर की सड़कों पर मार्च निकाला तथा उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित समाज की बेटी के साथ हुए गैंगरेप और अमानवीय अत्याचार की घटना पर आक्रोश प्रकट करते हुए जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने और दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की।
भारी पुलिस सुरक्षा बल के बीच निकाला गया मोर्चा-गांधी प्रतिमा, मेनरोड, गोरेलाल चौक, खोजा मस्जिद, स्टेडियम मार्केट, नेहरू चौक की सड़कों से भ्रमण करता हुआ आंबेडकर चौक (तहसील कार्यालय परिसर) पहुंचा जहां हाथरस की मृत बेटी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा इस संदर्भ में गोंदिया उपविभागीय अधिकारी के मार्फत प्रधानमंत्री को भेजे गए प्रतिवेदन में कहा गया है कि-उत्तर प्रदेश में जातिवाद को बढ़ावा मिल रहा है तथा वाल्मीकि समाज के साथ दुर्व्यवहार और अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही है।
हाथरस की घटना बहुत ही संवेदनशील है इस घटना की गोंदिया जिला युवा सुदर्शन समाज तीव्र निंदा करता है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिए जाने की मांग करता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
गोंदिया एसडीओ को प्रतिवेदन सौंपने गए प्रतिनिधि मंडल में राजा करियार, मदन बघेले, सुनील भरने, ज्योति गजभिये, निरंजन हथ्कैया, नितेश मोहबे, विकास बाहे, राकेश चुरेलकर, सत्यम आदि का समावेश था।
प्रधानमंत्री के नाम भेजे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि गृह मंत्री (दिल्ली) राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (दिल्ली) कलेक्टर गोंदिया, जिला पुलिस अधीक्षक गोंदिया, थाना प्रभारी गोंदिया शहर तथा गोंदिया नगर परिषद मुख्य अधिकारी को भी प्रेषित की गई है।