नागपुर:- भारतीय सुदर्शन समाज महासंघ,नागपुर ने पीड़िता के परिजनों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर उन्हें नौकरी देने. मनीषा बाल्मीकि के दरिंदों को फांसी देने, हाथरस के एसएसपी डीएम को सस्पेंड करने आदि मांगो के साथ नागपुर शहर के जिल्हाधिकारी को ज्ञापन सौपा.
भारतीय सुदर्शन समाज महासंघ,नागपुर के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिलीप जी हाथीबेड ने कहा की हाथरस की दलित मनीषा बाल्मिक की दरिंदों ने अपनी हैवानियत को दिखाकर निर्भया कांड की घटना ताजा कर दी है दरिंदों ने पीड़िता की जीभ काटकर गर्दन की हड्डी तोड़ दी पीड़ित मनीषा जिंदगी मौत से अलीगढ़ मेडिकल में जूजती रही जब हालत ज्यादा बिगड़ गई तो उसको सबदरजंग हॉस्पिटल दिल्ली में रेफर कर दिया गया जिसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई हाथरस के पुलिस प्रशासन ने पीड़िता को परिजनों को नहीं सौंपा और उसका दाह संस्कार करा दिया ऐसे पुलिस प्रशासन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सख्त कार्रवाई कर कलेक्टर, एस.पी., थाना प्रभारी को बर्खास्त किया जाय। हत्याकांड एवं बलात्कार के आरोपियों को फाँसी की सजा दी जाय। पीड़िता के परिवारजनों को कही और स्थानांतरित कारित उन्हें नौकरी प्रदान की जाय। सभी बलात्कार के आरोपियों एवं 376 के आरोपियों को कम से कम 20 वर्ष की सजा का प्रावधान लाया जाय और हत्या करने पर फांसी की सजा दी जाय यह मांगे भारतीय सुदर्शन समाज महासंघ,नागपुर द्वारा की गई.
आवेदन देते समय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिलीप जी हाथीबेड़, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री पवन जी सातपुते, शहर अध्यक्ष राजु जी बरसे, युवा महासंघ अध्यक्ष नितिन जी वामन, शत्रुघन जी महातो, विजय जी हारकर, प्रदिप जी महातो,अविनाश जी डेलीकर, प्रशांत जी तोमस्कर, शुभम जी समुन्द्रे, मोती जी ब्राम्हणे, नितिन बिरहा, शैलेन्द्र गुनेरिया, विक्की वामन, जगदीश करिहार, ऋषभसिंग महातो, जितु मस्ते, यश नन्हेट, कमल नरपान्डे, नविन चमके, राजा तांबे, जगदीश गोराडे, जितेश तांबे, सुनिल चुटेलकर, सतीश जनवारे, व मदन वामन सहित युवा कार्यकर्ता उपस्थित थे
के साथ आदि उपस्थित थे।