भारत बंद आंदोलन का समर्थन करने के लिए गुरुद्वारा कमेटी की ओर भी आंदोलन किया गया
नागपुर : किसानों के संदर्भ में केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा पारित किए गए 3 कानूनों के विरोध में दिल्ली की घेराबंदी कर करीब 10 दिनों से बैठे लाखों किसानों के समर्थन में सिटी में भी बच्चे-बुजुर्ग और जवान सड़कों पर उतरे. वहीं कांग्रेस, राकां, शिवसेना, आम आदमी पार्टी सहित किसान संगठनों के नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भी जगह-जगह मोर्चा निकालकर, ठिया आंदोलन कर कानून को रद्द करने की मांग की. पंजाब व हरियाणा के किसानों के देशव्यापी भारत बंद आंदोलन का समर्थन करने के लिए गुरुद्वारा कमेटी की ओर भी आंदोलन किया गया.
इस दौरान बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग और युवकों ने सड़क पर उतरकर सरकार से उक्त कानून को रद्द करने की मांग की. हाथों में किसानों के हित की मांग के संदेश लिखे हुए बैनर पोस्टर लेकर सिख समुदाय की महिलाएं भी आंदोलन में सहभागी हुईं. एक तरह से देश के किसानों के साथ पूरा शहर समर्थन में नजर आया.
उनके साथ ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद सिंह ठाकुर, नगरसेविका रश्मि उईके, विलास बरडे, जीतू नारनवरे, रितेश शिवपेठ, राम करम्बे, पंकज शुक्ला, रितेश शिवपेठ, ओम टिवस्कर, दिलीप खंडेश्वर, अविनाश पाटिल, स्माइल शेख, डॉ. मंगेश मेंढे, अविनाश पाटिल, कमलेश मेंढे, कविता नितनवरे, घनश्याम मांगे, सुखदेव मनोहरे, इंद्रसेन सिंह ठाकुर, राजेश पायतोडे, जीतू नारनवरे, देवेंद्र सिंह रोटेले, नितिन माहोरे, ममता तोमर, सुकेशिनी डोंगरे, करुणा घड़े, सुमेधा यादव, विनिल चौरसिया, सुधीर भोसले, पंकज शुक्ला शामिल हुए. कांग्रेस की ओर से सभी 6 विधानसभा क्षेत्र में आंदोलन के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने मोर्चा निकाला.