नागपुर के अन्य चार केंद्र भी पुरस्कृत
नागपुर : राष्ट्रीय नागरी आरोग्य अभियान अंतर्गत दिया जाने वाला सन् 2017-18 के ‘कायाकल्प’ पुरस्कार की घोषणा राज्य सरकार ने की थी. राज्य स्तर का प्रथम पुरस्कार इस बार नागपुर महानगर पालिका अंतर्गत संचालित इंदोरा प्राथमिक केंद्र ने प्राप्त किया है, जब कि दूसरा पुरस्कार फुटाला पीएचसी तथा अन्य दो केंद्रों को प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त हुआ है. इन सभी केंद्रों को बुधवार को महाल स्थित श्रीमंत राजे रघुजी भोसले नगर भवन में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया गया.
समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में कार्यकारी महापौर मनीषा कोठे, आयुक्त राधाकृष्णन बी., स्वास्थ समिति सभापति विरेंद्र कुकरेजा, अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, मनपा के स्वास्थ अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार, डॉ.संजय चिलकर, डॉ.साजीद खान, डॉ. वैशाली मोहकर, डॉ. विजय जोशी, शहर क्षयरोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. शिल्पा जिचकार उपस्थित थे.
इस समय पुरस्कार प्राप्त नागरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के वैद्यकीय अधिकारी व टीम को लाख रुपए व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया, इंदोरा पीएचसी की ओर से सिल्चिया सोनटक्के, वर्षा चव्हाण व टीम ने मह पुरस्कार स्वीकार किया. जब कि दतीय पुरस्कार पाने वाले फुटाला पीएचसी को देड लाख रूपए का पुरस्कार दिया गया. यह पुरस्कार नागरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में स्वच्छता रखने, बायोमेडिकल वेस्ट का सही ढंग से नियोजन करने, सामुदायिक सहयोग व मरीजों का विश्वास कायम रखने के लिए दिया जाता है.
इस समय उपस्थित सभी मान्यवरों ने पुरस्कार प्राप्त पीएचसी तथा यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों का अभिनंदन किया. सभी मान्यवरों ने अपने विचार व्यक्त किया. नागपुर में 26 पीएचसी हैं, जिन्हे भी इस पुरस्कार के लिए प्रयास करने का आहवान आयुक्त राधाकृष्ण बी. ने किया. इस समय शहर गुणवत्ता आश्वासन समन्वयक डॉ.राजेश भुरे व टाटा ट्रस्ट के डॉ.टिकेश बिसेन, अमर नवकर, मीनाक्षी गोकने, गोकूल हिंगवे, नरेश टेंभूर्णे, मुकेश शिंदे, श्रुती हांडे, यश फेडेवार, लक्ष्मण शिंदे और उनकी टीम का कार्यकारी महापौर मनीषा कोठे के हाथों सत्कार किया गया.