प्रेम संबंध के चलते हजारी पहाड़ में दिल दहला देनेवाला हत्याकांड
नागपुर : दिनदहाड़े हजारी पहाड़ परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवक ने कृष्णानगर निवासी 60 वर्षीय वृद्धा और एक 10 वर्षीय बालक की निर्ममता से हत्या कर दी. प्रेम संबंध में बाधा बने प्रेमिका की दादी और उसके भाई पर चाकू से वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. मृतका हजारी पहाड़ कृष्णा नगर निवासी प्रमिला धुर्वे और बालक यश मोहन धुर्वे बताया गया है. हत्या के बाद देर रात आरोपी हंसापुरी निवासी आरोपी मोईन खान वल्द गुलाम सरवर ने मानकापुर पुलिया के नीचे ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को रात 11 बजे आरोपी की आत्महत्या की जानकारी मिली. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच पंचनामा कर रेलवे ट्रैक पर पड़े आरोपी के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेयो अस्पताल भेजा.
डेढ़ वर्ष पहले इन्स्टाग्राम पर हुई पहचान….
जानकारी है कि आरोपी मोईन से गुंजन धुर्वे (20) की पहचान करीब डेढ़ वर्ष पहले इस्टाग्राम पर हुई. युवती श्रीमोहीनी कॉम्प्लेक्स चौक स्थित रायसोनी कॉलेज में पढ़ती थी और आरोपी कोई कामकाज नहीं करता था. कुछ ही समय में दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई थी. इसके बाद वह एक साथ घुमने फिरने लगे थे. कुछ ही महीनों में उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई. गुंजन के माता-पिता प्रेम प्रकरण के सख्त खिलाफ थे. मामला आगे न बढ़े इसलिए माता-पिता ने लड़की के बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया. युवती के पिता पेंटिंग का काम करते है और मां भी कुछ काम करती है. गुरुवार को दोनों काम पर गए हुए थे. मोईन के सिर पर खून सवार था.
शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे वह दोबारा उसके घर गया. वर में लड़की की दादी और उराका छोटा भाई था. दादी कुर्सी पर बैठी हुई थी. उसने दादी से उसका पता पूछा लेकिन कोई जानकारी नहीं देने पर वह बौखला गया और उसने चाकूरो उसपर सपा-सप वार करना शुरू कर दिया. वहीं यश शौचालय गया था लौटने पर उसने दादी को खून से लथपत देखा और आरोपी को देख भागने की कोशिश करने लगा. लेकिन मोइन ने उसका पिछा कर चाकू से उसके गले पर कई वार कर बालक को मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया. चीख पुकार की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. घटना स्थल पर पहुंच पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया. इस घटना से मृतक के परिवार में शोक का माहौल छाया रहा.
15 दिन पहले हुई थी बैठक….
इसके लिए लड़के और लड़की के परिवार वालों के बीच 15 दिन पहले उसी के घर में बैठक भी हुई. इसमें दोनों को समझाकर अलग होने के लिए कहा गया. इसे बाद परिवार वालों ने लड़की का फोन लेकर उसे अपने मामा के घर भेज दिया. कई दिनों से उसके नहीं दिखाई देने पर वह बौखला गया और 5 दिन बाद आरोपी उसे ढूंढते हुए उसके घर जा पहुंचा. वहां उसने गुंजन को कहां छुपा रखा है पूछने लगा.बेटी का पता नहीं बताने पर उसने परिवार के साथ गाली-गलौच कर काफी झगड़ा किया और मृतक यश के साथ उसने मारपीट भी की. इसके बाद वह घर से चला गया. परिवार वालों ने इसकी जानकारी पार्षद चौधरी को दी. उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कारवाने का सुझाव दिया, लेकिन किसी कारणवश उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत नहीं की.