नागपुर : बीते 26 दिनों ने कड़कड़ाती सर्दी में हजारों किसान रोड पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार भी अड़ी हुई है, मोदी हिटलरशाही की भूमिका निभा रहे हैं. कृषि कानून रद्द करने से भाजपा का कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन मोदी सरकार ने निर्णय पक्का कर रखा है कि हमें झुकना नहीं है. प्रेस-परिषद में वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने यह बातें कहीं.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से किसानों के हित में झुकने की अपील भी की. वे त्रिमूर्तिनगर में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में मार्गदर्शन करने आए थे. उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस की वैचारिक दिशा हिटलरवादी है. केन्द्र व राज्य सरकार किसानों के संदर्भ में असंवेदनशील है. केन्द्र द्वारा लागू किये गए 3 कृषि कानून से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार किसानों का अनाज नहीं खरीदेगी, जिससे देश में अन्न सुरक्षा की समस्या निर्माण होगी. देश में 35 फीसदी लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं.
प्रेस-परिषद में विनय भांगे, धनराज वंजारी, रमेश पिसे, संजय हेडाऊ, रवि शेंडे, राहुल दहिकर उपस्थित थे. मुंबई में रिलायन्स इंडस्ट्रीज के कार्पोरेट कार्यालय पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति की ओर से. राज्यमंत्री बच्चू कड़ ने मोर्चा आयोजित किया था, इस संदर्भ में आंबेडकर ने कहा कि आंदोलन करने का अधिकारी मंत्री को नहीं होता. मंत्री को अनुशासन का पालन करना आवश्यक है, अगर मेरे जैसा मुख्यमंत्री होता तो बच्चू कडू से इस्तीफा ले लेता. कानून सब पर लागू होता है. उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल ने अगर अनुशासन का पालन किया होता तो आज प्रधानमंत्री होते.