पालकमंत्री और खेलमंत्री ने दी मृतकों के परिजनों को सात्वंना
नागपुर : कोरोना महामारी के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले दो कोरोना योद्धाओं के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 50 लाख की आर्थिक सहायता दी गई. राज्य के ऊर्जा मंत्री तथा नागपुर जिले के पालकमंत्री डॉ. नितीन राऊत, खेल मंत्री सुनील केदार, नागपुर जिला परिषद की अध्यक्षा रश्मि बर्वे, जिलाधीश रवींद्र ठाकरे की प्रमुख उपस्थिति में यह धनादेश मृतक कोविड योद्धाओं के परिजनों को दिया गया.
कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के पहले चरण में, विभिन्न प्रतिबंध होने के बावजूद सरकारी कर्मचारी अपनी ड्यूटी कर रहे थे. चिकित्सा व्यवस्था और पुलिस विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ, जिला प्रशासन और जिला परिषद के कर्मचारी गांवों में काम कर रहे थे. इनमें से नागपुर जिला परिषद के अंतर्गत पंचायत समिति नागपुर के विस्तार अधिकारी दिलीप कुहिते, और हिंगाना पंचायत समिति के अंतर्गत डिगडोह ग्राम पंचायत के एक कर्मचारी माजिद शेख की मृत्यु कोरोना से हो गई थी.
राज्य सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेशानुसार कोविड से संबंधित कर्तव्यों का पालन करते हुए कोराना के कारण मारे गए कर्मचारियों को बीमा कवर लागू किया था. इसमें ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से अनुबंध के आधार पर स्थानीय निकायों में कार्यरत आंगनवाड़ी सहायकों, आशा कार्यकर्ताओं और जिला परिषद के ग्रामसेवकों और ग्राम विकास अधिकारियों के लिए 50 लाख रुपए का बीमा कवर तय किया गया था. सरकार के 8 सितंबर के आदेशानुसार, सातारा, भंडारा, अहमदनगर, पुणे, थाने, रायगढ़, सांगली, जलगाँव, कोल्हापुर, नागपुर और अमरावती जिलों के 17 कर्मचारियों के परिवारों को सरकार की नीति के तहत 50-50 लाख रुपए का बीमा कवर मिला है. जिला परिषद के यह दो कर्मचारियों के परिजन श्रीमती अर्चना कुहिटे, श्रीमती आशिया मस्जिद शेख को रविवार को मुआवजे की राशि दे दी गई. इस दौरान दोनों मंत्रियों ने इन परिवारों के सदस्यों के साथ बातचीत की और उन्हें सांत्वना दी.
इस दौरान जिलाधीश रवींद्र ठाकरे के साथ ही जिला परिषद् के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कमलकिशोर फुटाणे, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी पंचायत राजेंद्र भुयार व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे.