नागपुर : सोनेरी पहाट संस्था की ओर से मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में सोमवार 1 फरवरी को बेसा स्थित महिला स्वाधारगृह में हल्दी कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सोनेरी पहाट संस्था की महिलाओं ने स्वाधारगृह की महिलाओं को तथा एक-दूसरे को हल्दी कुमकुम लगाकर सुखी जीवन एवं लम्बी उम्र की कामना की। स्वाधारगृह की महिलाओं ने संस्था की महिलाओं को मन की बात बताई।
निराधार महिलाओं ने स्वाधारगृह प्रमुख उषा मालविय के विषय मे बताया कि किस तरह हम बेघर महिलाओं को अपने आश्रम में आश्रय दिया और हमे आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उषाताई कि वजह से ही हम आज आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे है। समाज से ठुकराई हुई महिलाओं तथा अवयस्क लड़कियों के लिए उषा मालविय मैडम एक मसीहा बनकर आई और उनका जीवन सुधारा। सोनेरी पहाट संस्था ने आश्रम की सभी महिलाओं को कपड़े, मेकअप कीटस, ज्वेलरी, स्नैक्स, तिल्ली के लड्डू और चॉकलेट आदि वस्तुएं भेट की।
समाजसेविका श्रीमती ज्योति द्विवेदी प्रमुख अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित हुई ज्योति द्विवेदजी का स्वागत सोनेरी पहाट संस्था की अध्यक्ष सौ रेखा भोंगाड़े ने किया। स्वाधारगृह प्रमुख उषा मालविय मैडम का स्वागत सौ अर्चना पांडे ने किया।
कार्यक्रम में ज्योति द्विवेदी ने कहा कि आप सभी को उषा मालविय जी का बहुत आभार मानना चाहिए जिसने आप सबको नया जीवन दिया एक नई राह दिखाई। समाज मे उषा दीदी जैसी महिलाओं की बहुत जरूरत है इन्हें सहयोग करने की जरूरत है मैं हमेशा से ही उषा दीदी जैसी महिलाओं का सम्मान करती आई हूं और करती रहूंगी मैं सोनेरी पहाट संस्था और संस्था की अध्यक्ष रेखाताई का आभार मानती हूं कि उन्होंने मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया। संस्था की अध्यक्ष रेखाताई भोंगाड़े ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अर्चना पांडे, शितल नगराले, ममता सोनकुले, सिमा भोंगाड़े, उज्वला सहारे, कविता बोबडे, किर्ती कविश्वर, शामली पांडे आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।