नागपूर समाचार : पेट्रोल पंप कर्मचारियों को 15 दिन में आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के आदेश के खिलाफ पेट्रोल पंप संचालकों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है। आदेश वापस नहीं लेने पर संचालकों ने अनिश्चतकाल के लिए पेट्रोल पंप बंद करने की चेतावनी दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी भी निजी प्रतिष्ठान में काम करने वाले कर्मचारियों को प्रशासन की ओर से आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य किया गया है।
सरकारी टेस्टिंग सेंटरों की कमी और निजी लैब में टेस्ट का चार्ज लगने के कारण अधिकांश पंप पर कार्यरत कर्मचारिियों के आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हुए हैं। जिन पेट्रोल पंप कर्मियों ने आरटपीसीआर टेस्ट नहीं किए हैं महानगरपालिका और पुलिस के कर्मचारी उस पंप पर जाकर चालान बनाने का काम कर रहे हैं। कुछ पेट्रोल पंप पर 8 से 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया गया हैै, ऐसे में प्रशासन के खिलाफ पंप संचालकों में काफी रोष है।
टेस्ट कराने पर्याप्त सेंटर नहीं : शहर में बहुत से पेट्रोल पंप अब रात 8 बजे से पहले ही बंद किए जा रहे हैं। विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने बताया कि प्रशासन के पास लोगों के टेस्ट कराने के लिए पर्याप्त सेंटर नहीं है। सेंटर पर टेस्ट कराने के लिए भारी भीड़ के बीच खड़े होना भी कोरोना काे दावत देने जैसा है। उस पर प्रशासन पंप संचालकों को हर 15 दिन में कर्मचारियों का टेस्ट कराने के लिए दबाव बना रहा है।
हर 15 दिन में कर्मचारियों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराना संभव नहीं है। यदि प्रशासन की ओर से ऐसे ही पंप संचालकों को परेशान किया गया तो शहर के सभी पेट्रोल पंप बंद कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में महानगरपालिका के अधिकारियों से गुरुवार को चर्चा की जाएगी। यदि मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो एसोसिएशन की ओर से पेट्रोल पंप बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है।