नागपुर। भारत देश सदैव एकता का मिसाल रहा है।जो की दूसरे देशों मे भी अपनी एकता की ताकत के लिये जाना जाता है और ये बहुत ही खुशी और गर्व की बात है भारत देश मे रह रहे हर एक वासी के लिये।आज जब विपदा की घड़ी आई हमारे भारत देश पे तो भारत देश मे रहने वाले हर एक सदस्यों ने अपना भरपूर साथ निभाया है और निभाते रहेंगे।कोरोना महामारी के भयावह दौर से गुज़र रहे लोगों को मदद् देने के लिये बहुत सी सामाजिक स्तर पर समाज सेवा का कार्य करने वाली संस्थाओं ने हर किसी की ओर जो बन सका वो मदद् कर अपना हाथ बढ़ाया है।
वो मदद् चाहे आर्थिक हो, दवाइयाँ, खाना, मास्क इत्यादि जैसी बहुत सी सुविधाएं मुहय्या करवा रही हैं लोगों को। वहीं दूसरी ओर हमारे भारत देश की मिसाल,शान और गौरव आध्यात्मिक स्थल भी जो मदद् हो पा रही वो मदद् कर रहें हैं अपने धार्मिक स्थलों पर जनता द्वारा ही चढ़ाऐ गये चढ़ावे का सदुपयोग करते हुए लोगों के लिये सेवार्थ भाव से सेवा कार्य मे लगाऐ जा रहे हैं।बहुत से धार्मिक स्थल तो ऐसे हैं जिन्होंने अपने ही विशाल प्रांगण मे ही कोरोना मरीजों के लिये बेड का प्रबंध कर एक छोटा सा पांच सौ या उससे कम का आइसोलेशन वार्ड शुरू कर दिया है ताकी जिन्हें अस्पतालों मे जगह नहीं मिल पा रही है वो इन धार्मिक स्थलों के प्रांगण मे ही शरण ले इलाज करवा रहे हैं।
इन धार्मिक स्थलों मे मरीजों को हर एक सेवा धार्मिक स्थल के अधिकारियों द्वारा मुफ्त मे सेवाभाव के जरीये उपलब्ध करवाई जा रही है।समय – समय पर काढ़ा, चाय, भोजन, फल, दवा इत्यादि साथ ही धार्मिक स्थलों के ही गुरुओं द्वारा या शिष्यों द्वारा मरीजों को सतकर्म पे चलने की राह दिखाई जा रही है सत्संग, भजन द्वारा भी भक्ति के लिये समय – समय पर प्रेरित किया जा रहा है।धार्मिक स्थलों के योगदानों और आर्थिक मदद् की जितनी भी प्रशंसा की जाऐ वो बहुत ही कम है।आज भी राधास्वामी डेरे मे जब कोरोना मरीजों के लिये आइसोलेशन वार्ड खोल कर सराहनीय पहल की गई है वो हमारे भारत देश के साथ-साथ विदेशों के लिये भी एक सीख और मिसाल कायम करती हुई है।
गुजरात मे भी स्वामी नारायण मंदिर ट्रस्ट की ओर से जो आइसोलेशन वार्ड तैय्यार कर मरीजों को हर एक सुविधाएं मुफ्त मे उपलब्ध करवा कर सामाजिक तौर पर बहुत बड़ी समाज सेवा का जिम्मा उठा कर सभी के दिलों मे अमीट छाप छोड़ी है।वही इस सामाजिक सेवा के कार्य मे हमारे गुरुद्वारे के सिख भाई भी बढ़ चढ़ के हिस्सा ले रहे हैं आज पूरे एक वर्ष से गुरुद्वारे के माध्यम से खाना बना के बहुत से भूखे लोगों की भूख मिटा कर पुण्य का काम किया जा रहा है। रोटी, चावल, दाल, भाजी जिस तरह से मशीनों की मदद् से हजारों रोटियां रोज बनाई जा रही वो सच काबिले तारीफ़ है। आज इस विपदा मे हर समुदाय के लोगों ने आगे बढ़के जो मदद् दी है, दे रहे हैं और देते रहेंगे वो किसी भग्वान के भेजे गये दूतों से कम नहीं है।
आज हमारे भारत देश की संस्कृति, सम्मान,एकता, प्रेम, सौहार्द भावना देखते ही बनती है।साथ ही ये उन सभी लोगों के लिये भी प्रेरणा का स्त्रोत है कि विपदा की घड़ी मे सबका साथ देकर अपनी इंसानियत का परिचय दें ना कि कालाबाजारी कर इस समय लोगों को तड़पते मरने के लिये छोड़े। हमारे समस्त भारत देश को हमारे साथ की जरूरत है।सबके साथ से ही इस महामारी पर नियंत्रण पाना ओर भी सुगम हो जाऐगा।सभी सामाजिक संस्थाओं और समस्त धार्मिक स्थलों को नमन करते हैं हम जो इस समय इस महामारी मे सबके लिये आगे बढ़ कर मदद का हाथ बटां रहे हैं।