चरित्र निर्माण एवं लड़कियों की शिक्षा आर्य विद्या सभा का ध्येय : अशोक कुमार कृपलानी
नागपुर।
आर्य विद्या सभा द्वारा संचालित दयानंद आर्य कन्या विद्यालय एवं कनिष्ठ महाविद्यालय में 60 वां शालेय स्थापना दिवस मनाया गया। महर्षि दयानंद के आदर्शों पर चलने वाली संस्था ने परंपरा अनुसार यज्ञ हवन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। ‘विश्वकल्याण व वसुधैव कुटुंबकम्’ के भाव को प्रशस्त करते हुए समस्त मानव जाति के कल्याण हेतु वैदिक मंत्रों का उच्चारण करते हुए आहुतियां दी गई।
प्राचार्या तेजिंदर वेणुगोपाल ने शालेय अहवाल प्रस्तुत करते हुए आर्य विद्या सभा के दिवंगत संस्थापक सदस्यों को भाव सुमन अर्पित किए। समाज के चंद दूरदृष्टा व्यक्तियों द्वारा नारी शिक्षा के उनके अतुलनीय प्रयासों को नमन करते हुए संस्था के उतराधिकारी सभासदों का भी अभिवादन किया।
उत्तर नागपुर में आर्य विद्या सभा के संस्थापकों द्वारा नारी शिक्षा का परचम जो आज लहरा रहा है वह केवल और केवल उनकी निष्ठा व अथक प्रयासों का ही परिणाम है। हम कृतज्ञ हैं उन महानुभावों के ऐसा प्राचार्य तेजिंदर वेणुगोपाल ने भावपूर्ण विचारों की अभिव्यक्ति की। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत विद्यार्थियों की अनुपस्थिति में जूनियर कॉलेज की अध्यापिकाओं द्वारा अनाम कोरोना योद्धाओं को सलाम देते हुए एक सुंदर नाटिका प्रस्तुत की गई।
मिडिल स्कूल की शिक्षिकाओं द्वारा भारत की बेटी जीती रहो जीतती रहो इस पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण हर्षा मानवटकर की प्रस्तुति बंद विद्यालय की आत्मकथा जिसे सुनकर सभी भावविभोर हो उठे। आर्य विद्या सभा के अध्यक्ष अशोक कृपलानी ने कहा कि नि:स्वार्थ सेवा व लड़कियों की शिक्षा हमारा परम ध्येय है। सचिव राजेश लालवानी ने शालेय स्थापना दिवस की बधाई देते हुए छात्राओं व पालकों को अध्यापिकाओं से जुड़े रहने व आगे बढ़ने का संदेश दिया।
अन्य सभी पदाधिकारियों द्वारा शालेय स्थापना दिवस की शुभकामनाओं के साथ ऑनलाइन शिक्षा का महत्व बताकर अध्ययनरत रहने की प्रेरणा दी। इस कार्यक्रम का प्रसारण फेसबुक पर लाइव किया गया। कार्यक्रम का संचालन संगीता सगदेव ने किया।