नागपुर के इतिहास में पहली बार ,कई महत्वपूर्ण पदों पर महिला हुई ‘विराजमान’
नागपुर : महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर इन दिनों एक खास बात को लेकर चर्चा में आ गया है। नागपुर शहर के इतिहास में यह पहला मौका है जब यहां की विभागीय आयुक्त के अलावा जिलाधिकारी के पद पर भी महिला अधिकारी को नियुक्त किया गया है। दो सर्वाधिक महत्वपूर्ण पदों पर महिला अधिकारियों की नियुक्ति के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण पदों पर भी महिलाओं के पदस्थ होने से नागपुर में महिला राज’ आ
गया है।
नागपुर की विभागीय आयुक्त के रूप में विगत दिनों प्राजक्ता लवंगारे वर्मा की नियुक्ति की गई थी। वे शहर की पहली महिला विभागीय आयुक्त बनीं। इसके बाद शुक्रवार को सरकार ने जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे की जगह विमला आर. को नागपुर का जिलाधिकारी नियुक्त किया है। इन दो महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर महिला अधिकारियों की नियुक्ति से शहर की महिलाओं में नया जोश छाया है तथा युवतियों को प्रशासनिक अधिकारी बनने की प्रेरणा मिल रही है। प्राजक्ता लवंगारे-वर्मा तथा जिलाधिकारी विमला आर. के अलावा शहर में स्मार्ट सिटी की सीईओ के रूप में भुवनेश्वरी एस. पहले से ही कार्यरत हैं।
स्मार्ट सिटी में इनके अलावा प्रणिता उमरेडकर सहित अन्य कई महिला अधिकारी भी महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हैं। जिलाधिकारी कार्यालय में सुजाता गंधे उपजिलाधिकारी (राजस्व) तथा विजया बनकर उपजिलाधिकारी (भूसंपादन सामान्य) पद पर कार्यरत हैं।
पुलिस विभाग की बात करें तो परिमंडल क्रमांक २ की डीसीपी के रूप में विनीता साहू शानदार कार्य कर रही हैं। उनके अलावा शहर के ३ थानों की कमान भी महिला पुलिस निरीक्षकों को सौंपी गई हैं। शुभांगी देशमुख इस समय बजाजनगर की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक हैं। श्रीमती वी.जे. मांडवधरे मानकापुर की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक हैं जबकि आशालता ठाकरे वाठोड़ा थाने की कमान संभाले हुए हैं। नागपुर के इतिहास में यह पहला मौका है जब एक साथ ३-३ थानों की इंचार्ज कोई महिला अधिकारी है।