हाइलाइट
- इन बैंकों से लिए था कर्ज
- जब्त किए गए थे कागजात
- इंडस्ट्रीज ने चुनौती दी है
नागपुर समाचार : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नागपुर में बड़ी कार्रवाई की। कोलकाता से आए अधिकारियों की टीम ने गांधीसागर तालाब स्थित एम्प्रेस मॉल को अपने कब्जे में ले लिया है। यह कार्रवाई 725 करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चुकाने के मामले में करने की जानकारी है। ईडी द्वारा प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के अनुसार लगभग 500 करोड़ रुपए कीमत की संपत्ति कब्जे में लेने की शहर में यह पहली कार्रवाई है। गोपनीय तरीके से यह पूरी कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में मॉल पर नोटिस भी चस्पा किया गया। कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई की गई। मॉल में 8-8 घंटे के लिए सुरक्षा अधिकारियों को भी तैनात किया गया है। मॉल को अटैच करने के बाद अब संपूर्ण संपत्ति ईडी के कब्जे में रहेगी। मॉल से अब जो भी आय और राजस्व आएगा, वह ईडी के खाते में जाएगा। ईडी द्वारा आगामी कुछ दिनों में ऐसी और कार्रवाई शहर में करने की चर्चा है।
जब्त किए गए थे कागजात…
एम्प्रेस मॉल शुरू से विवादों में रहा है। समय-समय पर इसके अलग-अलग मामले सामने आते रहे हैं। कभी मनपा के प्रापर्टी टैक्स को लेकर, तो कभी पानी बकाया को लेकर। दोनों मामले में उस पर कार्रवाई हुई है। अब ईडी में द्वारा संपत्ति अटैच करने से मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। बता दें कि एम्प्रेस मॉल की मालकी मुंबई के के.एस.एल. इंडस्ट्रीज की है। के. एस. एल. इंडस्ट्रीज के प्रमुख प्रवीण कुमार तायल हैं। सूत्रों के अनुसार के.एस.एल. इंडस्ट्रीज ने 2015 में बैंक ऑफ इंडिया और आंध्रा बैंक से 525 करोड़ और यूको बैंक से 200 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था। इस रकम को शेल कंपनी के माध्यम से 5 अलग-अलग खाते में डाइवर्ट किया गया था।
जब्त किए गए थे कागजात…..
2016 में यह घोटाला सामने आने के बाद ईडी ने इंडस्ट्रीज के विरुद्ध पीएमएलए अनुसार अपराध दाखिल किया था। इसकी जांच ईडी की कोलकाता शाखा कर रही है। ईडी ने तायल समूह से संबंधित शेल कंपनियों पर छापे मारकर बड़े पैमाने पर कागजात जब्त किए थे। ईडी ने 8 मई 2019 को एम्प्रेस मॉल को अस्थायी रूप से अटैच किया था। एम्प्रेस मॉल 270.374 वर्ग फीट में फैला है। उसकी कीमत लगभग 500 करोड़ रुपए है। एम्प्रेस मॉल के साथ ईडी ने मुंबई स्थित 225 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की थी।
इंडस्ट्रीज ने चुनौती दी है…..
ईडी के अचैटमेंट के आदेश को के.एस.एल. इंडस्ट्रीज ने चुनौती दी है, जिस कारण मॉल पर कब्जा लेने की प्रक्रिया रुकी थी। के.एस.एल. इंडस्ट्रीज की चुनौती रद्द होने के बाद बुधवार की दोपहर कोलकाता के ईडी अधिकारियों की टीम एम्प्रेस मॉल में पहुंची। उन्होंने कानूनी प्रक्रिया का पालन कर मॉल कब्जे में लिया। मॉल में प्रख्यात कंपनी के आउटलेट और रेस्टॉरेंट हैं। उन्हें किराये पर दिया है।अटैचमेंट की प्रक्रिया होने के बाद वे ईडी को किराया देंगे।